सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई।।
तुम आदि शक्ति जगमाता हो,
तुम आदि शक्ति जगमाता हो,
दीन दुखियों की भाग्य विधाता हो,
दीन दुखियों की भाग्य विधाता हो,
बांझन को बालक देती हो,
बांझन को बालक देती हो,
अंधे को नैना देती हो,
अंधे को नैना देती हो,
निर्धन भी बने धनवान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
निर्धन भी बने धनवान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई।।
सब लोग मुझे टकराते हैं,
सब लोग मुझे टकराते हैं,
हर जगह मुझे ठुकराते हैं,
हर जगह मुझे ठुकराते हैं,
क्या करूं कहां अब मैं जाऊं,
क्या करूं कहां अब मैं जाऊं,
कुछ समझ नहीं अब पाते हैं,
कुछ समझ नहीं अब पाते हैं,
तब आया तेरा ही ध्यान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
तब आया तेरा ही ध्यान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई।।
विनती मेरी स्वीकर करो,
विनती मेरी स्वीकर करो,
मां मुझ पे दया एक बार करो,
मां मुझ पे दया एक बार करो,
घर छोड़ के मैया मैं आई,
घर छोड़ के मैया मैं आई,
मझधार नैया उस पार करो,
मझधार नैया उस पार करो,
किया तूने नहीं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
किया तूने नहीं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई।।
तेरे दर के सिवा मैं जाऊं कहां,
तेरे दर के सिवा मैं जाऊं कहां,
अब मन का चैन मैं पाऊं कहां,
अब मन का चैन मैं पाऊं कहां,
ना दर दर मां भटकाओ मुझे,
ना दर दर मां भटकाओ मुझे,
अब दर्शन आ के दिखाओ मुझे,
अब दर्शन आ के दिखाओ मुझे,
नहीं सुना कोई तेरे समान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
नहीं सुना कोई तेरे समान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
हुई दुनिया से मैं परेशान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई,
सुना तू है बड़ी दयावान,
तभी तो तेरे द्वार चली आई।।