तर्ज/बेवफा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के काबिल नहीं है।
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है।।
मेरे ससुरा बड़े सीधे साधे,
मेरे ससुरा बड़े सीधे साधे,
उनसे कोई शिकायत नहीं है, नहीं है,
उनसे कोई शिकायत नहीं है,
मेरी सासू के नखरे ना पूछो,
मेरी सासू के नखरे ना पूछो,
उनके संग में निभाना कठिन है, कठिन है,
उनके संग में निभाना कठिन है,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है।।
मेरे जेठ बड़े सीधे साधे,
मेरे जेठ बड़े सीधे साधे,
उनसे कोई शिकायत नहीं है, नहीं है,
उनसे कोई शिकायत नहीं है,
मेरी जिठनी के नखरे ना पूछो,
मेरी जिठनी के नखरे ना पूछो,
उनके संग पार पाना कठिन है, कठिन है,
उनके संग पार पाना कठिन है,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है।।
मेरे देवर बड़े सीधे साधे,
मेरे देवर बड़े सीधे साधे,
उनसे कोई शिकायत नहीं है, नहीं है,
उनसे कोई शिकायत नहीं है,
मेरी छोटी के नखरे ना पूछो,
मेरी छोटी के नखरे ना पूछो,
उसके संग में निभाना कठिन है, कठिन है,
उनके संग में निभाना कठिन है,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है।।
मेरे ननदोई बड़े सीधे साधे,
मेरे ननदोई बड़े सीधे साधे,
उनसे कोई शिकायत नहीं है, नहीं है,
उनसे कोई शिकायत नहीं है,
मेरी ननदी के नखरे ना पूछो,
मेरी ननदी के नखरे ना पूछो,
उसके संग में तो रहना कठिन है, कठिन है,
उनके संग में तो रहना कठिन है,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
हाल ससुराल का कोई ना पूछो,
एक दिन भी निभाना कठिन है, कठिन है,
एक दिन भी निभाना कठिन है।।