हम बड़ी दूर से आए, जल भरकर लोटा लाए, हम बड़ी दूर से आए, जल भरकर लोटा लाए, मैया तेरे चरण मैं कैसे धुलाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे चरण मैं कैसे धुलाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे।।
हम बड़ी दूर से आए, और दिया– बाती लाए, हम बड़ी दूर से आए, और दिया– बाती लाए, मैया तेरी जोत मैं कैसे जगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरी जोत मैं कैसे जगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे,
हम बड़ी दूर से आए, और चन्दन– रोली लाए, हम बड़ी दूर से आए, और चन्दन–रोली लाए, मैया तेरे तिलक मैं कैसे लगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे तिलक मैं कैसे लगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे।।
हम बड़ी दूर से आए, लहंगा और चुनरी लाए, हम बड़ी दूर से आए, लहंगा और चुनरी लाए, मैया तुझे चुनरी कैसे ओढ़ाऊँ, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तुझे चुनरी कैसे ओढ़ाऊँ, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे।।
हम बड़ी दूर से आए, हलवा और पूरी लाए, हम बड़ी दूर से आए, हलवा और पूरी लाए, मैया तुझे भोग कैसे लगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तुझे भोग कैसे लगाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे।।
हम बड़ी दूर से आए, ढोलक और चिमटा लाए, हम बड़ी दूर से आए, ढोलक और चिमटा लाए, मैया तुझे भजन मैं कैसे सुनाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तुझे भजन मैं कैसे सुनाऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, तेरा शेर खड़ा पहरे पे, मैया तेरे भवन मैं कैसे आऊं, तेरा शेर खड़ा पहरे पे।।